कराची
बांग्लादेश की सीनियर पुरुष टीम की पाकिस्तान के खिलाफ 21 अगस्त से रावलपिंडी में शुरू होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज पर संदेह के बादल छाए हैं। बांग्लादेश में मौजूदा नागरिक अशांति के कारण पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देने और देश छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ा है। बांग्लादेश की सीनियर टीम को रावलपिंडी (21-25 अगस्त) और कराची (30 अगस्त-3 सितंबर) में दो टेस्ट खेलने हैं लेकिन मौजूदा परिदृश्य में राष्ट्रीय टीम के लिए यात्रा करना मुश्किल हो सकता है। यहां तक कि बांग्लादेश ‘ए’ टीम का पाकिस्तान दौरा भी संदिग्ध है।
पीसीबी ने खिलाड़ियों के लिए पेशकश
पूर्व टेस्ट कप्तान मोमिनुल हक को पाकिस्तान शाहीन (ए) के खिलाफ होने वाली सीरीज में बांग्लादेश ‘ए’ के लिए खेलना था। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के एक सूत्र ने बताया कि पीसीबी ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को यह प्रस्ताव भी दिया है कि उनकी टेस्ट टीम को जल्द से जल्द रावलपिंडी लाया जाए जिससे कि सीरीज का आयोजन सुनिश्चित हो। सूत्र ने कहा, ”पीसीबी ने उनके खिलाड़ियों की अतिरिक्त दिनों के लिए मेजबानी करने और टेस्ट मैचों से पहले रावलपिंडी में उन्हें सभी प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करने की पेशकश की है लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।”
महिला टी20 विश्व कप पर भी संशय
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आंतरिक सुरक्षा टीम बांग्लादेश में फैली अराजकता पर नजर बनाये हुए है क्योंकि इस देश में अक्टूबर में महिला टी20 विश्व कप का आयोजन होना है। आईसीसी इस मुद्दे पर अभी इंतजार करने की नीति अपना रहा है। आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ”आईसीसी के पास अपने सभी सदस्य देशों में एक स्वतंत्र सुरक्षा निगरानी प्रणाली है। स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है, लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने में सात सप्ताह बाकी हैं। ऐसे में इस पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी कि टूर्नामेंट को बांग्लादेश से स्थानांतरित किया जाएगा या नहीं।”